| No | Sanskrit Name | English Name |
| 1 | श्री | Shree |
| 2 | उमा | Uma |
| 3 | भारती | Bharati |
| 4 | भद्रा | Bhadra |
| 5 | शर्वाणी | Sharvani |
| 6 | विजया | Vijaya |
| 7 | जया | Jaya |
| 8 | वाणी | Vani |
| 9 | सर्वगताय | Sarvagataya |
| 10 | गौरी | Gauri |
| 11 | वाराही | Varahi |
| 12 | कमलप्रिया | Kamalapriya |
| 13 | सरस्वती | Saraswati |
| 14 | कमला | Kamala |
| 15 | माया | Maya |
| 16 | मातंगी | Maatangi |
| 17 | अपरा | Apra |
| 18 | अजा | Aja |
| 19 | शांकभर्यै | Shankbharye |
| 20 | शिवा | Shiva |
| 21 | चण्डी | Chandi |
| 22 | कुण्डलिनी | Kundalini |
| 23 | वैष्णवी | Vaishnavi |
| 24 | क्रियायै | Kriyayai |
| 25 | श्री | Shri |
| 26 | इन्दिरा | Indira |
| 27 | मधुमती | Madhumati |
| 28 | गिरिजा | Girija |
| 29 | सुभगा | Subhaga |
| 30 | अंबिका | Ambika |
| 31 | तारा | Tara |
| 32 | पद्मावती | Padmavati |
| 33 | हंसा | Hansa |
| 34 | पद्मनाभसहोदरी | Padmanabha sahodari |
| 35 | अपर्णा | Aparna |
| 36 | ललितायै | Lalita |
| 37 | धात्री | Dhatri |
| 38 | कुमारी | Kumari |
| 39 | शिखवाहिन्यै | Shikhvahinyai |
| 40 | शांभवी | Shambhavi |
| 41 | सुमुखी | Sumukhi |
| 42 | मैत्र्यै | Maitryai |
| 43 | त्रिनेत्रा | Trinetra |
| 44 | विश्वरूपा | Vishvarupa |
| 45 | आर्य | Aarya |
| 46 | मृडानी | Mridani |
| 47 | हींकार्यै | Hinkaryai |
| 48 | क्रोधिन्यै | Krodhinyai |
| 49 | सुदिनायै | Sudinayai |
| 50 | अचल | Achala |
| 51 | सूक्ष्म | Sukshma |
| 52 | परात्परायै | Paratpara |
| 53 | शोभा | Shobha |
| 54 | सर्ववर्णायै | Sarvavarna |
| 55 | हरप्रिया | Haripriya |
| 56 | महालक्ष्मी | Mahalakshmi |
| 57 | महासिद्धि | Mahasiddhi |
| 58 | स्वधा | Swadha |
| 59 | स्वाहा | Swaha |
| 60 | मनोन्मनी | Manonmani |
| 61 | त्रिलोकपालिनी | Trilokapalini |
| 62 | उद्भूतायै | Udbhutayai |
| 63 | त्रिसन्ध्या | Trisandhya |
| 64 | त्रिपुरान्तक्यै | Tripurantakyai |
| 65 | त्रिशक्त्यै | Trishaktyai |
| 66 | त्रिपदायै | Tripadayai |
| 67 | दुर्गा | Durga |
| 68 | ब्राह्मी | Brahmi |
| 69 | त्रैलोक्यवासिनी | Trailokyavasini |
| 70 | पुष्करा | Pushkara |
| 71 | अत्रिसुतायै | Atrisutayai |
| 72 | गूढ़ा | Gudha |
| 73 | त्रिवर्णा | Trivarna |
| 74 | त्रिस्वरा | Triswara |
| 75 | त्रिगुणा | Triguna |
| 76 | निर्गुणा | Nirguna |
| 77 | सत्या | Satya |
| 78 | निर्विकल्पा | Nirvikalpa |
| 79 | निरन्जना | Niranjana |
| 80 | ज्वालिन्यै | Jwalinyai |
| 81 | मालिनी | Malini |
| 82 | चर्चायै | Charchayai |
| 83 | क्रव्यादोप निबर्हिण्यै | Kravyadopa nibarhinyai |
| 84 | कामाक्षी | Kamakshi |
| 85 | कामिन्यै | Kaminyai |
| 86 | कान्ता | Kanta |
| 87 | कामदायै | Kamdaayai |
| 88 | कलहंसिन्यै | Kalahansinyai |
| 89 | सलज्जायै | Salajjaayai |
| 90 | कुलजायै | Kulajaayai |
| 91 | प्राज्ञ्यै | Pragyai |
| 92 | प्रभा | Prabha |
| 93 | मदनसुन्दरी | Madanasundari |
| 94 | वागीश्वरी | Vagishvari |
| 95 | विशालाक्षी | Vishalakshi |
| 96 | सुमङ्गली | Sumangali |
| 97 | काली | Kali |
| 98 | महेश्वरी | Maheshvari |
| 99 | चण्डी | Chandi |
| 100 | भैरवी | Bhairavi |
| 101 | भुवनेश्वरी | Bhuvaneshvari |
| 102 | नित्या | Nitya |
| 103 | सानन्दविभवायै | Sanandavibhvayai |
| 104 | सत्यज्ञाना | Satyagyana |
| 105 | तमोपहा | Tamopaha |
| 106 | महेश्वरप्रियंकर्यै | Maheshvarpriyankaryai |
| 107 | महात्रिपुरसुन्दरी | Maha Tripura Sundari |
| 108 | दुर्गापरमेश्वर्यै | Durgaparmeshvaryai |
This Blog shares Hinduism Content like Aarti, Katha, Chalisa, Shalok, Stuti, 108 Name etc of Hindu Gods and Goddess.
Monday, July 24, 2017
108 name of Goddess Durga
Tuesday, July 11, 2017
108 Name of Lord Shiva
२-ॐ कैलाश पति नमः
३-ॐ भूतनाथ नमः
४-ॐ नंदराज नमः
५-ॐ नन्दी की सवारी नमः
६-ॐ ज्योतिलिंग नमः
७-ॐ महाकाल नमः
८-ॐ रुद्रनाथ नमः
९-ॐ भीमशंकर नमः
१०-ॐ नटराज नमः
११-ॐ प्रलेयन्कार नमः
१२-ॐ चंद्रमोली नमः
१३-ॐ डमरूधारी नमः
१४-ॐ चंद्रधारी नमः
१५-ॐ मलिकार्जुन नमः
१६-ॐ भीमेश्वर नमः
१७-ॐ विषधारी नमः
१८-ॐ बम भोले नमः
१९-ॐ ओंकार स्वामी नमः
२०-ॐ ओंकारेश्वर नमः
२१-ॐ शंकर त्रिशूलधारी नमः
२२-ॐ विश्वनाथ नमः
२३-ॐ अनादिदेव नमः
२४-ॐ उमापति नमः
२५-ॐ गोरापति नमः
२६-ॐ गणपिता नमः
२७-ॐ भोले बाबा नमः
२८-ॐ शिवजी नमः
२९-ॐ शम्भु नमः
३०-ॐ नीलकंठ नमः
३१-ॐ महाकालेश्वर नमः
३२-ॐ त्रिपुरारी नमः
३३-ॐ त्रिलोकनाथ नमः
३४-ॐ त्रिनेत्रधारी नमः
३५-ॐ बर्फानी बाबा नमः
३६-ॐ जगतपिता नमः
३७-ॐ मृत्युन्जन नमः
३८-ॐ नागधारी नमः
३९- ॐ रामेश्वर नमः
४०-ॐ लंकेश्वर नमः
४१-ॐ अमरनाथ नमः
४२-ॐ केदारनाथ नमः
४३-ॐ मंगलेश्वर नमः
४४-ॐ अर्धनारीश्वर नमः
४५-ॐ नागार्जुन नमः
४६-ॐ जटाधारी नमः
४७-ॐ नीलेश्वर नमः
४८-ॐ गलसर्पमाला नमः
४९- ॐ दीनानाथ नमः
५०-ॐ सोमनाथ नमः
५१-ॐ जोगी नमः
५२-ॐ भंडारी बाबा नमः
५३-ॐ बमलेहरी नमः
५४-ॐ गोरीशंकर नमः
५५-ॐ शिवाकांत नमः
५६-ॐ महेश्वराए नमः
५७-ॐ महेश नमः
५८-ॐ ओलोकानाथ नमः
५४-ॐ आदिनाथ नमः
६०-ॐ देवदेवेश्वर नमः
६१-ॐ प्राणनाथ नमः
६२-ॐ शिवम् नमः
६३-ॐ महादानी नमः
६४-ॐ शिवदानी नमः
६५-ॐ संकटहारी नमः
६६-ॐ महेश्वर नमः
६७-ॐ रुंडमालाधारी नमः
६८-ॐ जगपालनकर्ता नमः
६९-ॐ पशुपति नमः
७०-ॐ संगमेश्वर नमः
७१-ॐ दक्षेश्वर नमः
७२-ॐ घ्रेनश्वर नमः
७३-ॐ मणिमहेश नमः
७४-ॐ अनादी नमः
७५-ॐ अमर नमः
७६-ॐ आशुतोष महाराज नमः
७७-ॐ विलवकेश्वर नमः
७८-ॐ अचलेश्वर नमः
७९-ॐ अभयंकर नमः
८०-ॐ पातालेश्वर नमः
८१-ॐ धूधेश्वर नमः
८२-ॐ सर्पधारी नमः
८३-ॐ त्रिलोकिनरेश नमः
८४-ॐ हठ योगी नमः
८५-ॐ विश्लेश्वर नमः
८६- ॐ नागाधिराज नमः
८७- ॐ सर्वेश्वर नमः
८८-ॐ उमाकांत नमः
८९-ॐ बाबा चंद्रेश्वर नमः
९०-ॐ त्रिकालदर्शी नमः
९१-ॐ त्रिलोकी स्वामी नमः
९२-ॐ महादेव नमः
९३-ॐ गढ़शंकर नमः
९४-ॐ मुक्तेश्वर नमः
९५-ॐ नटेषर नमः
९६-ॐ गिरजापति नमः
९७- ॐ भद्रेश्वर नमः
९८-ॐ त्रिपुनाशक नमः
९९-ॐ निर्जेश्वर नमः
१०० -ॐ किरातेश्वर नमः
१०१-ॐ जागेश्वर नमः
१०२-ॐ अबधूतपति नमः
१०३ -ॐ भीलपति नमः
१०४-ॐ जितनाथ नमः
१०५-ॐ वृषेश्वर नमः
१०६-ॐ भूतेश्वर नमः
१०७-ॐ बैजूनाथ नमः
१०८-ॐ नागेश्वर नमः
51 Name of Lord Krishna
****
*2 गिरिधर*: गिरी: पर्वत ,धर: धारण करने वाला। अर्थात गोवर्धन पर्वत को उठाने वाले।
****
*3 मुरलीधर*: मुरली को धारण करने वाले।
****
*4 पीताम्बर धारी*: पीत :पिला, अम्बर:वस्त्र। जिस ने पिले वस्त्रों को धारण किया हुआ है।
****
*5 मधुसूदन:* मधु नामक दैत्य को मारने वाले।
****
*6 यशोदा या देवकी नंदन*: यशोदा और देवकी को खुश करने वाला पुत्र।
****
*7 गोपाल*: गौओं का या पृथ्वी का पालन करने वाला।
****
*8 गोविन्द*: गौओं का रक्षक।
****
*9 आनंद कंद:* आनंद की राशि देंने वाला।
****
*10 कुञ्ज बिहारी*: कुंज नामक गली में विहार करने वाला।
****
*11 चक्रधारी*: जिस ने सुदर्शन चक्र या ज्ञान चक्र या शक्ति चक्र को धारण किया हुआ है।
****
*12 श्याम*: सांवले रंग वाला।
****
*13 माधव:* माया के पति।
****
*14 मुरारी:* मुर नामक दैत्य के शत्रु।
****
*15 असुरारी*: असुरों के शत्रु।
****
*16 बनवारी*: वनो में विहार करने वाले।
****
*17 मुकुंद*: जिन के पास निधियाँ है।
****
*18 योगीश्वर*: योगियों के ईश्वर या मालिक।
****
*19 गोपेश* :गोपियों के मालिक।
****
*20 हरि*: दुःखों का हरण करने वाले।
****
*21 मदन:* सूंदर।
****
*22 मनोहर:* मन का हरण करने वाले।
****
*23 मोहन*: सम्मोहित करने वाले।
****
*24 जगदीश*: जगत के मालिक।
****
*25 पालनहार*: सब का पालन पोषण करने वाले।
****
*26 कंसारी*: कंस के शत्रु।
****
*27 रुख्मीनि वलभ*: रुक्मणी के पति ।
****
*28 केशव*: केशी नाम दैत्य को मारने वाले. या पानी के उपर निवास करने वाले या जिन के बाल सुंदर है।
****
*29 वासुदेव*:वसुदेव के पुत्र होने के कारन।
****
*30 रणछोर*:युद्ध भूमि स भागने वाले।
****
*31 गुड़ाकेश*: निद्रा को जितने वाले।
****
*32 हृषिकेश*: इन्द्रियों को जितने वाले।
****
*33 सारथी*: अर्जुन का रथ चलने के कारण।
***
****
*35 पूर्ण परब्रह्म:* :देवताओ के भी मालिक।
****
*36 देवेश*: देवों के भी ईश।
****
*37 नाग नथिया*: कलियाँ नाग को मारने के कारण।
****
*38 वृष्णिपति*: इस कुल में उतपन्न होने के कारण
****
*39 यदुपति*:यादवों के मालिक।
****
*40 यदुवंशी*: यदु वंश में अवतार धारण करने के कारण।
****
*41 द्वारकाधीश*:द्वारका नगरी के मालिक।
****
*42 नागर*:सुंदर।
****
*43 छलिया*: छल करने वाले।
****
*44 मथुरा गोकुल वासी*: इन स्थानों पर निवास करने के कारण।
****
*45 रमण*: सदा अपने आनंद में लीन रहने वाले।
****
*46 दामोदर*: पेट पर जिन के रस्सी बांध दी गयी थी।
****
*47 अघहारी*: पापों का हरण करने वाले।
****
*48 सखा*: अर्जुन और सुदामा के साथ मित्रता निभाने के कारण।
****
*49 रास रचिया*: रास रचाने के कारण।
****
*50 अच्युत*: जिस के धाम से कोई वापिस नही आता है।
****
*51 नन्द लाला*: नन्द के पुत्र होने के कारण।
Sunday, July 9, 2017
Friday, July 7, 2017
Wear Wrist Watch for Progress in Life.
आज का ज्योतिष मंथन व उपाय
____________^____________
प्रगति के लिए घड़ी जरूर पहने।
__________^^^^^__________
समय कभी किसी का इन्तजार नही करता,बीता हुआ समय कभी वापस नही लोटता। वैदिक ज्योतिषशास्त्र मे घड़ी रूपी यंत्र का अपना बड़ा महत्व है।
घड़ी का हमारे जीवन मे पथ प्रदर्शक का काम करती है ,घड़ी हमे चलना सिखाती है ओर कहती है कि रूकना नही कभी हार के
आपके घर निवास की व आपकी घड़ी कभी रूकनी नही चाहिए, इससे नकारात्मक उर्जा को बढावा मिलता है ।घर की घड़ी सैदेव चलती रहनी चाहिए ।घड़ी को घर पर एसे स्थान पर लगाना चाहिए कि घर का प्रत्येक व्यक्ति उसको निहार सके।
अगर आप घड़ी नही बांधते है तो आज से बांधना प्रारम्भ कर दिजिये, एक सफल व्यक्ति का प्रतिक है घड़ी। घड़ी व्यक्ति मे नकारात्मक उर्जा को नियंत्रित करती है ।एक सफल व्यक्ति घड़ी का बड़ा महत्व है ।